हाथ मे फूलों की टोकरी लिए
माथे पर टीका
गोल कुमकुम का,
पीले कपडे,
बनाती हैं
एक आध्यात्मिक महल,
चन्दन सी
भीनी खुशबू वाली
लडकियां..
साक्षात देवियों का
सूक्ष्म रूप,
फूल बेचती हैं
मंदिर की ओर जाती
गलियों मे,
और
ज्यादातर
श्रद्धालु
अपनी गाड़ियों मे
बैठा कर
ले जाते हैं
फूल बेंचती लड़कियों को,
जाने कहाँ....
शायद
श्रद्धा का कोई और रूप भी है
अज्ञात
अवगुंठित!!
*amit anand
apni is rachna ko vatvriksh ke liye bhejen rasprabha@gmail.com per parichay tasweer blog link ke saath
ReplyDeletehttp://urvija.parikalpnaa.com/
और
ReplyDeleteज्यादातर
श्रद्धालु
अपनी गाड़ियों मे
बैठा कर
ले जाते हैं
फूल बेंचती लड़कियों को,
जाने कहाँ....
शायद
श्रद्धा का कोई और रूप भी है
अज्ञात
अवगुंठित!!
waah bahut khoob ....samaj ko aaina dikhati hui ek behtreen archana