Tuesday, January 11, 2011

श्रद्धा

हाथ मे फूलों की टोकरी लिए
माथे पर टीका
गोल कुमकुम का,
पीले कपडे,

बनाती हैं
एक आध्यात्मिक महल,

चन्दन सी
भीनी खुशबू वाली
लडकियां..
साक्षात देवियों का
सूक्ष्म रूप,

फूल बेचती हैं
मंदिर की ओर जाती
गलियों मे,

और
ज्यादातर
श्रद्धालु
अपनी गाड़ियों मे
बैठा कर
ले जाते हैं
फूल बेंचती लड़कियों को,
जाने कहाँ....

शायद
श्रद्धा का कोई और रूप भी है
अज्ञात
अवगुंठित!!

*amit anand

2 comments:

  1. apni is rachna ko vatvriksh ke liye bhejen rasprabha@gmail.com per parichay tasweer blog link ke saath

    http://urvija.parikalpnaa.com/

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  2. और
    ज्यादातर
    श्रद्धालु
    अपनी गाड़ियों मे
    बैठा कर
    ले जाते हैं
    फूल बेंचती लड़कियों को,
    जाने कहाँ....

    शायद
    श्रद्धा का कोई और रूप भी है
    अज्ञात
    अवगुंठित!!
    waah bahut khoob ....samaj ko aaina dikhati hui ek behtreen archana

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